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Saturday, September 25, 2010

तुझे भुला दिया...

नैना लगेया बारीशान
तू सूक्के सूक्के सपने वी पीज्ज गये
नैना लगेया बारीशान
रोवे पलकां दे कोने विच नींद मेरी
नैना लगेया बारीशान
हंजू दिगड़े ने चोट लगे दिल ते
नैना लगेया बारीशान
रुत बिरहा दे बदलन दी छा गयी

काली काली खाली रातों से
होने लगी है दोस्ती
खोया खोया इन राहों में
अब मेरा कुछ भी नही
हर पल हर लम्हा, मैं कैसे सहता हून
हर पल हर लम्हा मैं खुद से यह कहता रहता हून

तुझे भुला दिया, ओह
तुझे भुला दिया, ओह
तुझे भुला दिया, ओह
फिर क्यूँ तेरी यादों ने
मुझे रुला दिया.. ओह
मुझे रुला दिया

तेरी यादों में लिखे जो लफ्ज़ देते है सुनाई
बीते लम्हे पूछते हैं क्यूँ हुए ऐसे जुदा.. खुदा,
खुदा मिला जो यह फ़ैसला हैं
खुदा तेरा ही यह फ़ैसला हैं
खुदा होना था वो हो गया
जो तूने था लिखा

दोल पल तुझ से जुड़ा था
ऐसे फिर रस्ता मुड़ा था
तुझ से मैं खोने लगा,
जुदा जैसे होने लगा,
मुझ से कुछ मेरा

तू ही मेरा लिए अब कर दुआ,
तू ही इस दर्द से कर दे जुदा
तेरा होके तेरा जो मैं ना रहा,
मैं यह खुद से कहता हून,

तुझे भुला दिया, ओह,
तुझे भुला दिया, ओह
तुझे भुला दिया, ओह
फिर क्यूँ तेरी यादों ने
मुझे रुला दिया

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