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Saturday, February 13, 2010

जब किसी की तरफ...

जब किसी की तरफ दिल झुकने लगे
बात आ कर ज़ुबान तक रुकने लगे
आँखों आँखों में इक़रार होने लगे
बोल दो अगर तूमे प्यार होने लगे

चाहने जब लगे दिल किसी की ख़ुशी
दिल लगी यह नहीं, ये है दिल की लगी
आँधियों को दबाने से क्या फ़ायदा
प्यार दिल में छुपाने से क्या फ़ायदा
जान से प्यारा जब दिलदार होने लगे
बोल दो अगर तुम्हे प्यार होने लगे

उसकी खुश्बू अगर अपनी साँसों में हो
उसका सपना अगर अपनी आँखों में हो
जब ना दिल के बहेलने की सूरत लगे
जब कोई ज़िंदगी की ज़रूरत लगे
और जीना भी दुश्वार होने लगे
बोल दो अगर तुम्हे प्यार होने लगे

जब किसी की तरफ दिल झुकने लगे
बात आ कर ज़ुबान तक रुकने लगे
आँखों आँखों में इक़रार होने लगे
बोल दो अगर तूमे प्यार होने लगे
होने लगे, प्यार होने लगे...
प्यार तो होना ही था
प्यार तो होना ही था...

जाने दिल में कब से है तू...

इस दिल पे लगते है जो,
वो ज़ख़्म दिखते नहीं
अपनों से मिलते है जो,
वो दर्द मिट ते नहीं
मैं पास अपने नहीं,
बस दूर जब से है तू

जाने दिल में कब से है तु
जब से मैं हून तब से है तू
मुझको मेरे रब की कसम
यारा रब से पहले है तू

अच्छा है हस्ते हुए हो गये हम तुम जुदा
ये कोई ना पूच्छ ले वो हमसफ़र कौन था

अब तो मुझे याद नहीं साथ मेरे कब से है तू
साथ मेरे कब से है तू ......

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