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Tuesday, May 25, 2010

जाने ये क्या हुआ...

जाने ये क्या हुआ
जाने ये क्या हुआ
हम दोनो का यूँ मिलना
ऐसे पास आना

जाने ये क्या हुआ
जाने ये क्या हुआ
अब हर पल अंजाना है
देखो होना है
और क्या

जाने क्यूँ लगता है
धीरे से हौले से
गीत कोई दिल है गा रहा

जाने क्यूँ लगता है
एब्ब जैसे हर लम्हा हर पल है
मुस्कुरा रहा

तुम्हें है पता
मेने पहली बार जो देखा तुम्हें
मुझे यह लगा
चाहूं भी तो कैसे पा सकूँगा
तुम्हें
सपना था एक दिन तो
मैं हून तुम हो
तुम धीरे से बोलो
तुमको अपना माना है
देखो होना है
और क्या

कहूँ क्या भला
तुम्ही को तो मैं चाहता हून सुनो
तुम्हें जो मिला
मैने जाना मैं भी ज़िंदा हून
सुनो
कहूँ मैं क्या तुमको
मैं हून तुम हू
बस इतना सुन लो
तुम थे कोई दीवाना है
हो ना है और क्या

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